S-400 क्या है? (S-400 Kya Hai?)
Article by : Sandeep Singh
S-400 एक आधुनिक और शक्तिशाली एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम है जिसे रूस ने विकसित किया है। इसे "S-400 Triumf" भी कहा जाता है, और यह रूस की अल्माज-एंते (Almaz-Antey) कंपनी द्वारा बनाया गया है। यह सिस्टम दुश्मन के हवाई हमलों से रक्षा करने के लिए डिजाइन किया गया है।
S-400 की मुख्य विशेषताएं:
1. मल्टी-टारगेट क्षमता: यह एक साथ 36 टारगेट्स को ट्रैक और 72 मिसाइलें फायर कर सकता है।
2. लंबी रेंज: यह 400 किलोमीटर तक की दूरी पर टारगेट को मार गिरा सकता है।
3. हाई अल्टीट्यूड: यह 30 किलोमीटर की ऊँचाई तक उड़ने वाले टारगेट को भी निशाना बना सकता है।
4. कई प्रकार के टारगेट: यह सिस्टम फाइटर जेट्स, ड्रोन, क्रूज़ मिसाइल और यहां तक कि बैलिस्टिक मिसाइल को भी मार गिराने में सक्षम है।
5. रेडार सिस्टम: इसमें एडवांस मल्टी-फंक्शन रडार लगे होते हैं जो दूर से टारगेट डिटेक्ट कर सकते हैं।
भारत और S-400:
भारत ने रूस से S-400 सिस्टम खरीदने का सौदा किया है ताकि वह अपनी वायु रक्षा को मजबूत कर सके। यह सौदा करीब 5 अरब डॉलर का है, और भारत को इसकी पहली डिलीवरी 2021 में मिलनी शुरू हुई।
निष्कर्ष (Conclusion):
S-400 एक विश्व के सबसे बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम्स में से एक है। इसकी वजह से किसी भी देश की हवाई सुरक्षा बहुत मज़बूत हो जाती है
S-400 कैसे काम करता है?
S-400 सिस्टम मुख्य रूप से चार हिस्सों से बना होता है:
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रेडार सिस्टम (Radar System):
- यह दुश्मन के हवाई टारगेट (जैसे फाइटर जेट, ड्रोन, मिसाइल) को 600 किलोमीटर दूर से पहचान सकता है।
- यह टारगेट को ट्रैक करता है और कंट्रोल सेंटर को जानकारी देता है।
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कमांड और कंट्रोल यूनिट (Command and Control):
- यह दिमाग की तरह काम करता है।
- यह तय करता है कि किस टारगेट को पहले मार गिराया जाए और कौन सी मिसाइल उपयोग की जाए।
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मिसाइल लॉन्चर (Missile Launchers):
- एक मोबाइल ट्रक पर लगे होते हैं।
- एक सिस्टम में 8 लॉन्चर होते हैं, हर एक में 4 मिसाइलें होती हैं (कुल 32)।
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मिसाइलें (Missiles):
- इसमें 4 प्रकार की मिसाइलें होती हैं जिनकी रेंज अलग-अलग होती है:
- 40N6 – 400 किमी तक
- 48N6 – 250 किमी
- 9M96E2 – 120 किमी
- 9M96E – 40 किमी
- ये मिसाइलें टारगेट को हवा में ही खत्म कर देती हैं, उससे पहले कि वो किसी नुकसान का कारण बन सके।
- इसमें 4 प्रकार की मिसाइलें होती हैं जिनकी रेंज अलग-अलग होती है:
भारत में S-400 का उपयोग:
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चीन और पाकिस्तान से सुरक्षा:
- भारत ने S-400 को खासतौर पर चीन और पाकिस्तान की वायु शक्ति से बचाव के लिए तैनात किया है।
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सीमा सुरक्षा:
- कुछ S-400 यूनिट्स को पंजाब और लद्दाख में तैनात किया गया है, ताकि पाकिस्तान और चीन की ओर से कोई हवाई हमला हो तो उससे निपटा जा सके।
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डिफेंस गेप को भरना:
- भारत के पास पहले से कुछ एयर डिफेंस सिस्टम हैं, लेकिन S-400 उन्हें और अधिक प्रभावी बनाता है।
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रणनीतिक बढ़त:
- इससे भारत को रणनीतिक बढ़त मिलती है, क्योंकि दुश्मन के विमान भारतीय सीमा में आने से पहले ही तबाह किए जा सकते हैं।
क्या S-400 अजेय है?
- S-400 बहुत उन्नत है, लेकिन पूरी तरह अजेय नहीं है।
- स्टील्थ एयरक्राफ्ट, साइबर अटैक या ड्रोन्स के बड़े हमले से इसे चुनौती दी जा सकती है, लेकिन फिर भी यह अब तक का सबसे शक्तिशाली डिफेंस सिस्टम है।
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