🚨 **लखनऊ मेयर–नगर आयुक्त विवाद में सुलह के 5 पॉइंट्स
प्रभारी मंत्री नहीं समझा पाए, विधायकों के फीडबैक के बाद CM योगी का हस्तक्षेप**
लखनऊ नगर निगम में मेयर और नगर आयुक्त के बीच चल रहे तनाव पर अब विराम लगाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। लगातार बढ़ती खींचतान और नगर सेवाओं पर पड़ रहे असर को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं हस्तक्षेप किया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच सुलह के 5 प्रमुख बिंदुओं पर सहमति बनती दिख रही है।
🔹 प्रभारी मंत्री की कोशिशें नाकाम
जानकारी के अनुसार, पहले विवाद को सुलझाने की जिम्मेदारी प्रभारी मंत्री को दी गई थी, लेकिन कई दौर की बातचीत के बाद भी कोई समाधान नहीं निकल सका। दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे।
🔹 विधायकों की रिपोर्ट ने बदला माहौल
जब विवाद लम्बा खिंचने लगा, तब स्थानीय विधायकों ने भी अपनी रिपोर्ट और फीडबैक शासन तक पहुँचाया। इसमें बताया गया कि नगर निगम के कामकाज पर इसका सीधा असर पड़ रहा है और जनता में नाराज़गी बढ़ रही है।
🔹 CM योगी का सीधा हस्तक्षेप
फीडबैक मिलने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों अधिकारियों को निर्देश दिए कि तनाव खत्म कर शहर के काम को प्राथमिकता दी जाए। उनकी दखलंदाजी के बाद बातचीत दोबारा शुरू हुई।
✅ सुलह के 5 अहम पॉइंट्स (प्रारंभिक सहमति)
-
सभी विकास कार्य समयबद्ध तरीके से संयुक्त मॉनिटरिंग में पूरे किए जाएंगे।
-
महत्वपूर्ण फाइलों में अनावश्यक देरी न हो, इसके लिए तय समयसीमा लागू की जाएगी।
-
विवादित निर्णयों की समीक्षा उच्चस्तरीय कमेटी द्वारा की जाएगी।
-
जनता से जुड़े मुद्दों पर मेयर और नगर आयुक्त की संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग या बैठक आयोजित की जाएगी।
-
विवाद दोबारा न हो, इसके लिए नियमित समन्वय बैठकें अनिवार्य की जाएंगी।
No comments:
Post a Comment